विश्व अस्थमा दिवस पर जागरूकता मार्च और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित
नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कालिज के टीबी एण्ड छाती रोग विभाग द्वारा विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर जागरूकता मार्च का आयोजन किया गया और स्वास्थ्य जागरूकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया गया। यह कार्यक्रम 2025 की थीम “ मेक इनहेल्ड ट्रीटमेंट ऐसेसिबिल फार आल” के तहत आयोजित किया गया जिसका अनुरूप था और इसका उद्देश्य अस्थमा के प्रति जागरूकता, शीघ्र निदान और समुचित उपचार तक समान पहुँच को बढ़ावा देना था।
यह मार्च एएमयू डक प्वाइंट से बाब-ए-सैयद गेट तक निकाला गया, जिसमें शिक्षकों, रेज़िडेंट डॉक्टरों, कर्मचारियों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान (आईपीएस), प्रोफेसर वसीम अली (प्रॉक्टर), और प्रोफेसर मोहम्मद शमीम (अध्यक्ष, श्वसन रोग विभाग) ने मार्च का नेतृत्व किया और आमजन की भागीदारी को अस्थमा से जुड़ी जटिलताओं और मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर विभाग में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें डॉ. लुबना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, डॉ. विश्वजीत द्वितीय स्थान पर रहे, और डॉ. यमन को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
मोहम्मद इमरान ने छात्रों को श्वसन संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी, जबकि प्रो. शमीम ने अस्थमा उपचार से जुड़े भ्रमों को दूर करते हुए कहा कि इनहेलर थेरेपी अब भी सबसे प्रभावी उपचार है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से आग्रह किया कि वे इनहेलेड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का साक्ष्य-आधारित उपयोग सुनिश्चित करें ताकि रोके जा सकने वाले मामलों को कम किया जा सके।
डॉ. नफ़ीस, डॉ. शहज़ाद अनवर, डॉ. अमन और रेजीडेंट चिकित्सकों ने इस जागरूकता मार्च में भाग लेकर विश्वविद्यालय की जनस्वास्थ्य पहलों के प्रति समर्पण को दर्शाया।