जामिया मिल्लिया इस्लामिया के शिक्षा संकाय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के सुदृढ़ कार्यान्वयन के उद्देश्य से अपने संकाय सदस्यों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया

नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया के शिक्षा संकाय ने 31 जुलाई 2025 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) से संबंधित विषयों पर अपने संकाय सदस्यों के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया। इसके विभिन्न विभागों और केंद्रों के सभी शिक्षकों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया। संकाय सदस्यों के इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन को सुदृढ़ बनाने के संबंध में चर्चा करना था।

यह कार्यक्रम जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सभी संकायों द्वारा सभी संकाय सदस्यों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित करने की पहल और अधिसूचना के एक भाग के रूप में आयोजित किया गया था। सभी ने इस सुविचारित कार्यक्रम के लिए माननीय कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ़ और जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी का धन्यवाद किया।

इसमें शामिल मुख्य विषय थे अकेडमिक अफेयर्स, स्वयं मूक्स, एनईपी 2020 की मुख्य विशेषताएँ, आईटी रिसोर्सेस एंड प्रीपेयरेशंस, परीक्षा सुधार, सीबीसीएस, अनुसंधान और नवाचार आदि।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मोहम्मद असजद अंसारी द्वारा पवित्र कुरान के पाठ से हुई, जिसके बाद शिक्षा संकाय की डीन प्रो. जेसी अब्राहम ने विशेषज्ञों और संकाय सदस्यों के पैनल का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने एनईपी 2020 की प्रमुख विशेषताओं और इसके कार्यान्वयन की प्रगति पर भी प्रकाश डाला।

शैक्षणिक मामलों की डीन प्रो. तनुजा ने नए सत्र 2025-26 के लिए शैक्षणिक गतिविधियों और तौर-तरीकों की एक नई योजना पर अपना संबोधन दिया, जिसमें केंद्रीय समय-सारिणी सहित एनईपी 2020 के प्रावधानों के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया।

विश्वविद्यालय के SWAYAM समन्वयक/ नोडल अधिकारी, प्रो. एस.एम. मुज़क्किर ने SWAYAM मूक्स के कार्यान्वयन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने हमारे संकाय सदस्यों द्वारा मूक्स विकसित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की। चर्चा के बाद प्रो. कौशल किशोर और अन्य संकाय सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए गए।

जामिया के परीक्षा नियंत्रक, प्रो. पवन कुमार शर्मा ने जामिया में लागू किए जा रहे परीक्षा सुधारों के साथ-साथ सभी मुद्दों और मामलों को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। उन्होंने मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी करने और समय पर अंक अपलोड करने के लिए शिक्षकों की सराहना की ताकि सीओई समय पर परिणाम घोषित कर सकें।

प्रो. मिनी शाजी थॉमस ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और बहु-प्रवेश निकास प्रणाली तथा राष्ट्रीय नीति के अन्य सभी पहलुओं और जामिया मिलिया इस्लामिया में उनके कार्यान्वयन का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

एफटीके-सीआईटी के मानद निदेशक डॉ. एस.के. नकवी के प्रतिनिधि के रूप में, एफटीके-सीआईटी के वरिष्ठ सिस्टम विश्लेषक श्री सैयद मोहम्मद आरिफ अशरफ ने एनईपी 2020 के कार्यान्वयन हेतु विश्वविद्यालय की आईटी तैयारी का विवरण प्रस्तुत किया।

प्रो. सारिका शर्मा ने भारतीय नॉलेज सिस्टम और जामिया मिलिया इस्लामिया में इसके कार्यान्वयन के बारे में बात की।

अंत में, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. जसीम अहमद ने सभी विशेषज्ञों को उनके संबोधन के लिए और सभी संकाय सदस्यों को उनकी भागीदारी और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का संचालन क्रमशः डीईएस और आईएएसई के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. समीर बाबू और डॉ. एरम खान ने किया।

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