एएमयू में गूंजे घुड़सवारी के स्वररू समर राइडिंग कैंप ने निभाई परंपरा और घुड़सवारी उत्कृष्टता की भावना
नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 5वां वार्षिक समर राइडिंग कैंप 2025 परंपरा, अनुशासन और खेल भावना के साथ शुरू हो यगा। एएमयू राइडिंग क्लब द्वारा आयोजित एक माह के कैंप में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ-साथ बाहरी घुड़सवारी इच्छुकों को भी आकर्षित करता है, जिसमें सभी आयु वर्ग के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
एएमयू भारत का पहला विश्वविद्यालय है जिसने घुड़सवारी को संस्थागत रूप से अपनाया, और यह कैंप केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि जीवंत परंपरा का हिस्सा है। एएमयू राइडिंग क्लब विश्वविद्यालय की सबसे प्रतिष्ठित खेल संस्थाओं में से एक है, जो सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक प्रशिक्षण विधियों का समन्वय करता है।
प्रोफेसर सैयद अमजद अली रिज़वी (सचिव, खेल समिति), प्रोफेसर वासिफ मोहम्मद अली (अध्यक्ष, राइडिंग क्लब), प्रशिक्षक इमरान खान शिबली और कैप्टन मोहम्मद उमैर खान के मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को आधारभूत चालों से लेकर उन्नत नियंत्रण अभ्यास तक घुड़सवारी की विधिवत ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रतिभागियों को घोड़ों की देखभाल, शिष्टाचार और उपकरणों के प्रयोग की जानकारी भी दी जा रही है, जिससे उनके कौशल के साथ आत्मविश्वास और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित हो रही है।
20 प्रशिक्षित घोड़ों के बेड़े के साथ, यह कैंप हर वर्ष बढ़ती रुचि को दर्शाता है, जो इसकी प्रासंगिकता और प्रभाव को प्रमाणित करता है। प्रत्येक प्रतिभागी को समापन पर प्रमाण पत्र और विशेष टी-शर्ट प्रदान की जाती है, जो उनके लिए उपलब्धि और प्रेरणा का प्रतीक होती है।
एएमयू समर राइडिंग कैंप केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एएमयू की जीवंत खेल संस्कृति का प्रमाण है कृ जहां परंपरा आधुनिकता से मिलती है और सवार अपनी आंतरिक शक्ति से परिचित होते हैं।