विश्व जनसंख्या दिवस पर एएमयू के जेएन मेडिकल कालिज में जन-जागरूकता कार्यकम

नई दिल्ली : विश्व जनसंख्या दिवस 2025 के अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष प्रो उजमा एरम के नेतृत्व में विभिन्न इलाकों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है, ताकि जनसंख्या वृद्धि और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर लोगों को जागरूक किया जा सके।
इस वर्ष की थीम ‘युवाओं को एक निष्पक्ष और आशापूर्ण दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना‘ है। जिसके तहत महिलाओं और किशोरों सहित सभी लोगों को उनके स्वास्थ्य और फैसलों को लेकर जागरूक और सशक्त बनाने का संदेश दिया गया।
रफीपुर सिया और सिया खास गांवों में फैमिली एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत स्नातक और छात्रों ने स्वास्थय पर व्याख्यान दिए। पब्लिक हेल्थ के छात्रों ने चांदबाग कॉलोनी और फिरदौस नगर में महिलाओं, युवाओं और परिवारों के साथ बातचीत की।
इन सत्रों में प्रजनन स्वास्थ्य के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक पहलुओं पर बात की गई। इसमें यह बताया गया कि लोग कब और कितने बच्चों को जन्म देना चाहते हैं, शादी की उपयुक्त उम्र क्या होनी चाहिए, सुरक्षित गर्भावस्था और गर्भपात सेवाओं तक कैसे पहुंचा जा सकता है और प्रभावी गर्भनिरोधक विकल्पों का चयन कैसे किया जाए।
डॉ अल फातेह, डॉ आयुषी और डॉ युवराज सिंह ने चर्चा का नेतृत्व किया। फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स की भूमिका पर भी बात की गई, जो जन्म दोषों को रोकने में मदद करती है।
सरकारी योजनाओं के तहत उपलब्ध मुफ्त गर्भनिरोधक विकल्पों जैसे कंडोम, माला-एन, कॉपर-टी, अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली और पुरुष-महिला नसबंदी की जानकारी दी गई। “छोटा परिवार, सुखी परिवार” जैसे संदेश को भी दोहराया गया।
यह कार्यक्रम डॉ युवराजसिंह, डॉ अल फातेह, डॉ आयुषी, एल्मा खानम, रिजवान नौशाद, सना मुस्तफा और सारा खालिक द्वारा आयोजित किए गए।
