दरगाह साबिर पाक में नरेंद मोदी अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष प्रो जसीम मोहम्मद ने दी हाज़री
पवित्र दरगाहो को सुरक्षित देखरेख करना ही सूफी परम्परा को बढ़ावा देना जैसा : प्रो जसीम मोहम्मद
नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी अध्ययन केन्द्र (नमो केन्द्र) के चैयरमैन प्रोफेसर जसीम मोहम्मद ने अपने साथियों के साथ दरगाह पिरान कलियर शरीफ़ पहुँच कर पुष्पांजलि अर्पित कर ,पहलगाम में मारे गए बेगुनाह पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिये दुआ की। प्रो जसीम ने कहा कि पहलगाम का आतंकी हमला इस्लाम और इंसानियत के खिलाफ था जिसकी निंदा अनेक देशों के साथ साथ सभी मुस्लिम देशों ने की है।उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बिना किसी धर्म, जाति व वर्ग के भेदभाव के पूरे देश के नागरिकों को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करने चाहियें ताकि भारत की अखंडता औऱ एकता के खिलाफ साजिश रचने वालों को करारा जवाब दिया जा सके। प्रो जसीम मोहम्मद ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह दे रहा है तथा भारत के विरुद्ध लगातार अघोषित युद्ध की स्थिति बनाये हुए है इस बार उसको भारत द्वारा सबक सिखाया जाएगा ।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ सभी मुस्लिम देशोँ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुलकर समर्थन दिया है।
प्रो जसीम मोहम्मद ने कहा कि, भारत के पवित्र दरगाहो को सुरक्षित करना भी सूफी परम्परा को बढ़ावा देना जैसा होगा। इसलिए, सूफी परम्परा को ज़िन्दा रखने के लिए भारत के दरगाहो की मरमत और रख रखाव की आवश्यकता है।
जातीय जनगणना के विषय में पूछे जाने पर सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज़ (नमो केंद्र) के चैयरमेन प्रोफेसर जसीम मोहम्मद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 1931 के बाद पहली बार जातीय जन गणना का प्रस्ताव पारित कर ऐतिहासिक कदम उठाया है जिससे पिछड़े, दलित,आदिवासी सहित हर वर्ग को लाभ मिलेगा ।
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वह किसी के बहकावे में न आ कर वक़्फ़ (संशोधन) अधिनियम पर सरकार के निर्णय पर अमल करें ताकि वक़्फ़ संपत्तियों की रक्षा की जा सके।
इस अवसर पर इंजी. साजिद अली साबरी , नमो केंद्र के सलाहकार समिति के सदस्य डॉक्टर जावेद रहमानी, जुनैद खान ,सलमान अली,ओम प्रकाश, नाफिसुल हसन आदि मौजूद रहे।