हकीम अब्दुल हमीद की स्मृति में एएमयू में निःशुल्क चर्म रोग चिकित्सा का आउटरीच शिविर आयोजित

नई दिल्ली : प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक, विचारक और जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय तथा हमदर्द लैबोरेट्रीज के संस्थापक, साथ ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी  के पूर्व कुलाधिपति, हकीम अब्दुल हमीद की 25वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खां तिब्बिया तिब्बिया कॉलेज के अमराज-ए-जिल्द वा जोहरविया विभाग द्वारा, ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांफ्रेंस (एआईयूटीसी), उत्तर प्रदेश चैप्टर के सहयोग से मदरसा मुआज बिन जबल, वादी-ए-इस्माईल, धौर्रा माफी में निशुल्क चर्म रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।

शिविर का उद्घाटन एएमयू के 1970 बैच के पूर्व छात्र और समाजसेवा व चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में सक्रिय सगीर अहमद ने किया। इस अवसर पर उन्होंने विभाग को उपचार और अनुसंधान हेतु आवश्यक उपकरण भी भेंट किए।

कार्यक्रम को यूनानी चिकित्सा संकाय के डीन प्रो. फिरासत अली और एकेटीसी के प्राचार्य प्रो. बदरुद्दुजा ने भी संबोधित किया। उन्होंने मौसमी और सामान्य रोगों से बचाव के लिए जन-जागरूकता, स्वच्छता और समय पर चिकित्सा उपचार को अत्यंत आवश्यक बताया और युवाओं से स्वास्थ्य-सचेत जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया।

शिविर की शुरुआत में विभागाध्यक्ष और एआईयूटीसी (उत्तर प्रदेश चैप्टर) के सचिव डॉ. मोहम्मद मोहसिन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्षा ऋतु में फैलने वाले संक्रामक चर्म रोगों की रोकथाम पर प्रकाश डाला और विशेष रूप से हॉस्टल व संयुक्त आवास में रहने वाले छात्रों के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व को`रेखांकित किया। उन्होंने हकीम अब्दुल हमीद को आधुनिक स्वतंत्रोत्तर भारत में यूनानी चिकित्सा का अग्रदूत बताया और शिक्षा, अनुसंधान तथा रोगी सेवा के क्षेत्र में उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।

शिविर में डॉ. दानिश, डॉ. आरिज अय्यूब, डॉ. अब्दुल हादी, डॉ. मोनिस और डॉ. रियाज आलम सहित यूनानी चिकित्सकों की टीम ने विविध चर्म रोगों की जांच और इलाज किया। सभी रोगियों को निःशुल्क जांच के अलावा औषधियां प्रदान की गईं।

शिविर का समापन मदरसा प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की ओर से चिकित्सकों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हुआ, जिन्होंने इस मानवीय सेवा के लिए सराहनीय कार्य किया।

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