एएमयू में प्रो. आभा लक्ष्मी सिंह की स्मृति में प्रथम व्याख्यान

नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के भूगोल विभाग द्वारा दिवंगत प्रोफेसर आभा लक्ष्मी सिंह की जयंती के अवसर पर प्रथम प्रो. अभा लक्ष्मी सिंह स्मृति व्याख्यान आयोजित किया गया। प्रो. सिंह भारतीय भूगोल में लिंग अध्ययन की अग्रदूत, प्रख्यात शिक्षाविद, और दूरदर्शी प्रशासक रही हैं।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो. अनिंदिता दत्ता (दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय तथा इंटरनेशनल ज्योग्राफिकल यूनियन की उपाध्यक्ष-निर्वाचित) ने ‘भारतीय भूगोल में महिलाओं को पढ़ना’ नारीवादी जीवन और प्रो. आभा लक्ष्मी सिंह की विरासत’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने प्रो. सिंह के नारीवादी भूगोल और लिंग अध्ययन में किए गए क्रांतिकारी कार्य, अंतरराष्ट्रीय अकादमिक योगदान और सशक्त मार्गदर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
प्रो. दत्ता ने प्रो. आभा लक्ष्मी सिंह के साथ अपनी व्यक्तिगत स्मृतियों को साझा करते हुए बताया कि प्रो. सिंह ने 2016 में उनके शोध में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जिसमें उन्होंने भूगोल में महिलाओं की भूमिका को विषय और शोधकर्ता दोनों रूपों में दर्ज किया था।
प्रो. सिंह की पुत्री डॉ. अवंतिका सिंह ने अपनी माता की आदर्शों, मूल्यों और उनके जीवन पर पड़े प्रभाव के बारे में भावुक शब्दों में श्रद्धांजलि अर्पित की।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के भूगोल विभाग के पूर्व अध्यक्ष और प्रो. सिंह के शोध छात्र रहे प्रो. हारून सज्जाद ने उनके जीवन का वर्णन करते हुए व्यक्तिगत और विद्वतापूर्ण अनुभव साझा किए।
जेएमआई भूगोल विभाग के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. अतीकुर रहमान ने अपने अकादमिक विकास का श्रेय प्रो. सिंह के अनुशासित मार्गदर्शन और सहयोग को दिया।
इससे पूर्व एएमयू भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रो. शाहाब फ़ज़ल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रो. सिंह के उत्कृष्ट व्यक्तित्व और अकादमिक समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने उन्हें ऐसा मार्गदर्शक बताया जो शांत संयम, गरिमा और लचीलापन का प्रतीक थीं।
डॉ. सालेहा जमाल, जो प्रो. सिंह की करीबी सहयोगी रहीं, ने उन्हें एक मातृत्वपूर्ण व्यक्तित्व बताया ।
कार्यक्रम का समापन डॉ. अहमद मुजतबा सिद्दीकी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस आयोजन में शिक्षकों, छात्रों, सहकर्मियों और प्रो. सिंह की विद्वतापूर्ण विरासत के प्रशंसकों ने भाग लिया।
