एएमयू ने 25 स्थानों और 1097वें अखंड योग दिवस के साथ 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भव्य रूप से मनाया

नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पूरे विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए अत्यंत उत्साह के साथ 25 विभिन्न स्थलों पर योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। ये आयोजन मुख्य परिसर के साथ-साथ किशनगंज (बिहार), मल्लापुरम (केरल) और मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) स्थित एएमयू केंद्रों पर भी आयोजित किए गए।

मुख्य समारोह शारीरिक शिक्षा विभाग के लॉन में आयोजित हुआ, जिसमें एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नइमा खातून ने छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों और योग प्रेमियों के साथ विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के निर्देशन में 45 मिनट के योग सत्र में भाग लिया।

संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत की पहल पर शुरू किया गया योग दिवस इस वर्ष ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ विषय के अंतर्गत मनाया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, जिनकी दूरदर्शिता से योग दिवस एक वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन बन चुका है, ने आज विशाखापत्तनम में राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का उद्घाटन किया। एएमयू ने आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित कॉमन योगा प्रोटोकॉल के अंतर्गत इस राष्ट्रीय प्रयास में सक्रिय भागीदारी निभाई।

एएमयू का यह आयोजन प्रातः 6.30 बजे राष्ट्रीय कार्यक्रम के समन्वय में आरंभ हुआ, जिसमें एएमयू समुदाय ने ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्रीय समारोह में भाग लिया। विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने विशाखापत्तनम में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए ‘हील इन इंडिया’ संदेश की सराहना की।

अपने संबोधन में कुलपति प्रोफेसर नइमा खातून ने कहा कि योग केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक शैली है। उन्होंने विश्वविद्यालय में योग को संस्थागत संस्कृति का हिस्सा बनाए जाने की सराहना की और कहा कि योग धर्म, जाति, भाषा और भूगोल से परे है। आज योग पूरे विश्व में कल्याण की एक सार्वभौमिक भाषा बन चुका है।

भारत द्वारा योग को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने में निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उस दूरदर्शिता को याद किया, जिसकी वजह से संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन परंपराएं, विशेष रूप से योग, आज की आधुनिक चुनौतियों का समाधान प्रदान करने की सामर्थ्य रखती हैं।

एएमयू की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में 21 जून 2022 से शुरू हुआ ‘अखंड योग’ कार्यक्रम बिना रुके लगातार 1097वें दिन तक पहुंच चुका है। उन्होंने यह भी साझा किया कि विश्वविद्यालय ने गूलर रोड पर महिलाओं के लिए, जवाहर पार्क में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए, और महिला वृद्ध आश्रम में विशेष शाखाएं स्थापित की हैं, जिससे समाज के हर वर्ग तक योग और स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया जा सके। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय ने 34 योगं कार्यशालाए स्कूलों में, 5 राष्ट्रीय कार्यशालाएं, 10 ग्रीष्मकालीन योग शिविर, एक्वा योग सत्र और सामुदायिक जागरूकता के लिए योग ज्योति अभियान का भी आयोजन किया है।

उन्होंने कहा कि ये आयोजन अलग-थलग नहीं हैं, बल्कि हमारे इस व्यापक विश्वास का हिस्सा हैं कि योग केवल शरीर के विकास का माध्यम नहीं, आत्मा के विस्तार का मार्ग है। उन्होंने एएमयू समुदाय से आह्वान किया कि वे भारत की प्राचीन परंपराओं से प्रेरणा लेकर एक जागरूक, संतुलित और समरस जीवनशैली को अपनाएं।

सहकुलपति प्रोफेसर एम. मोहसिन खान ने भी भव्य आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि एएमयू की समावेशी और निरंतर योग पहलें, जो विभिन्न आयु वर्गों और क्षेत्रों तक फैली हैं, हमारे समग्र शिक्षा और सामुदायिक कल्याण के प्रति समर्पण को दर्शाती हैं।

योग दिवस के नोडल अधिकारी प्रोफेसर एस. तारिक मुर्तजा ने आयोजन में भागीदारी की व्यापकता और उत्साह पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि एएमयू में योग केवल प्रतीकात्मक आयोजन नहीं है। हम एक ऐसी स्वास्थ्य और जागरूकत संस्कृति बना रहे हैं जो पूरे वर्ष चलती है। शिक्षकों, छात्रों और स्थानीय नागरिकों की निरंतर भागीदारी इस अभ्यास की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रमाण है।

शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर इकराम हुसैन ने आयोजन की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और सभी प्रतिभागियों का आभार जताया।

योग प्रोटोकॉल सत्र का संचालन विभाग के प्रशिक्षकों मनोज कुमार और जेबा द्वारा किया गया, जिन्होंने सहभागियों को योगासन और श्वास-प्रश्वास की विभिन्न तकनीकों से परिचित कराया।

एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान, आईपीएस ने इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में विभिन्न विभागों, छात्रावासों और स्कूलों के समन्वित प्रयासों की सराहना की।

इस अवसर पर एएमयू के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली, वित्त अधिकारी, श्री नूरुस सलाम, कार्यवाहक डीएसडब्ल्यू प्रो शमशाद हुसैन, विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष, प्रो निशात फातिमा, एमआईसी भूमि और उद्यान, प्रो अनवर शहजाद, सदस्य प्रभारी, जनसंपर्क, प्रोफेसर विभा शर्मा, सीईसी समन्वयक, प्रो मोहम्मद नवेद खान, डिप्टी प्रॉक्टर, प्रो इफ्फत असगर, प्रो जमीरउल्लाह खान, प्रोफेसर बृज भूषण सिंह, प्रो राजेंद्र सिंह, विश्वविद्यालय इंजीनियर, प्रो इजहार एच फारूकी, डॉ अरशद बारी, डॉ सैयद खुर्रम निसार, डॉ नौशाद वहीद अंसारी और कई अन्य शामिल थे। कार्यक्रम में नागरिक समाज के सदस्य, पतंजलि महिला समिति और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जो एएमयू में योग की बढ़ती लोकप्रियता और समावेशिता को दर्शाता है।

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