एएमयू में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों में जोश के साथ मनाया गया
नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में “एक धरती, एक स्वास्थ्य” थीम के अंतर्गत 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न विभागों, छात्रावासों, स्कूलों और केंद्रों ने विविध और उत्साहपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन कर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की गेम्स कमेटी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 को “योग संगम” के रूप में भव्यता और उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों एवं स्थानीय नागरिकों सहित सैकड़ों योग साधकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृत, अरबी और हिंदी भाषाओं में संयुक्त रूप से की गई योग प्रार्थना से हुई। उपस्थित लोगों ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ऑनलाइन संबोधन बड़े ध्यान से सुना।
यह पहला अवसर था जब गेम्स कमेटी के तत्वावधान में इतने बड़े स्तर पर योग दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रतीकात्मक उद्घाटन प्रो. सय्यद अमजद अली रिजवी (सचिव, गेम्स कमेटी), प्रो. मोइनुद्दीन (ईसी सदस्य, एएमयू), प्रो. एफ.एस. शीरानी (पूर्व डीन, यूनानी मेडिसिन), प्रो. शकील अहमद (एमआईसी प्रॉपर्टी) एवं कई वरिष्ठ शिक्षकों द्वारा “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025” लिखा हुआ तख्ती गुब्बारों के साथ आकाश में छोड़कर किया गया।
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण का केंद्र एएमयू के 68 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी इकबाल अहमद द्वारा प्रधानमंत्री के सम्मान में लगातार 10 मिनट तक शीर्षासन की प्रस्तुति रही। योग अभ्यास सत्र का संचालन योग विशेषज्ञ हामिद अली द्वारा किया गया, जबकि व्यायामशाला प्रशिक्षक मजहरुल कमर ने प्रत्येक आसन की विधि, उसके लाभ और सावधानियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रतिभागियों ने नियमित योग को अपनाने और स्वस्थ जीवनशैली जीने का संकल्प भी लिया।
डॉ. जेड. ए. डेंटल कॉलेज के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में प्रो. अंशुल अग्रवाल ने शिक्षकों, स्नातकोत्तर छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए योग अभ्यास करवाया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रिंसिपल प्रो. आर. के. तिवारी ने किया, जिन्होंने योग के समग्र लाभों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन प्रो. एन. डी. गुप्ता द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
आधुनिक भारतीय भाषाएं विभाग में “योग संगम” नामक एक विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें योग को मानसिक संतुलन और सजगता की विधा के रूप में प्रस्तुत किया गया। प्रतिभागियों ने योग को आधुनिक जीवनशैली में अपनाने के तरीकों पर आधारित प्रस्तुतियों की सराहना की।
उर्दू विभाग में भी योग दिवस मनाया गया, जिसकी अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. कमरुल हुदा फरीदी ने की। उन्होंने स्वास्थ्य को जीवन का एक वरदान बताया और योग के जरिए मानसिक स्पष्टता, आत्मविश्वास और तनाव कम करने के लाभों को रेखांकित किया। प्रो. जिया उर रहमान सिद्दीकी ने भी योग के व्यापक लाभों पर विस्तार से चर्चा की।
एसटीएस स्कूल (मिंटो सर्कल) में आयोजित कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा निदेशालय की कार्यवाहक निदेशक प्रो. कुदसिया तहसीन मुख्य अतिथि थीं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सीधा प्रसारण छात्रों और कर्मचारियों को सुनवाया गया। योग सत्र को मोहम्मद अदनान खान और योग विशेषज्ञ अल्ताफ ने संचालित किया।
एएमयू किशनगंज केंद्र में स्थानीय समुदाय और कर्मचारियों की भागीदारी के साथ योग दिवस मनाया गया। निदेशक प्रो. इशरत आलम ने ऑनलाइन संबोधन में योग को जागरूकता, मानसिक संतुलन और जिम्मेदारी का प्रतीक बताया। योग विशेषज्ञ श्री राजीव राम ने प्राणायाम, कपालभाति और ध्यान सहित कई योग आसनों का अभ्यास करवाया।
अर्बन हेल्थ ट्रेनिंग सेंटर (यूएचटीसी), जेएनएमसी में प्रशिक्षित योग शिक्षक और एमएसडब्ल्यू छात्र दानिश ने कर्मचारियों, प्रशिक्षुओं और पीजी रेजिडेंट्स के लिए योग सत्र आयोजित किया। यह कार्यक्रम चिकित्सा और सामुदायिक स्वास्थ्य में योग के निवारक लाभों को रेखांकित करता है।
सर जियाउद्दीन हॉल में प्रातःकालीन योग सत्र का आयोजन प्रोवोस्ट डॉ. इफ्तेखार अहमद अंसारी और वार्डन डॉ. आदिल गजनवी की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम में छात्रों को योग को अपनी दिनचर्या में अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
अब्दुल्ला हॉल में प्रधानमंत्री के भाषण के सीधे प्रसारण के साथ कार्यक्रम का आरंभ हुआ, जिसके बाद श्रद्धा तिवारी और आफरीन नईम द्वारा योग प्रदर्शन किया गया। प्रोवोस्ट डॉ. शीबा जिलानी सहित अन्य शिक्षकों ने दैनिक जीवन में योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
इंदिरा गांधी हॉल में प्रोवोस्ट प्रो. शौकत हसीन और नोडल अधिकारी डॉ. सुम्बुल रहमान के नेतृत्व में विस्तृत योग सत्र आयोजित हुआ। डॉ. आयशा रजी और रिदा नाइला द्वारा विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
एनएसएस इकाई, एएमयू में भी योग दिवस जोश और उत्साह से मनाया गया। मुख्य अतिथि श्री मोहम्मद नसीम, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बुलंदशहर ने योग के सार्वभौमिक महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मोहम्मद मोसिन, अन्य प्रोग्राम अधिकारियों और छात्रों ने एनएसएस लॉन में योगाभ्यास किया।
उपरोक्त आयोजनों के अतिरिक्त एएमयू के कई अन्य विभागों, केंद्रों और स्कूलों में भी योग सत्र, कार्यशालाएं और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे विश्वविद्यालय भर में व्यापक सहभागिता सुनिश्चित हुई।